Sunday, February 28, 2016

Kanwal Speaks - February 29, 2016 at 07:24AM

बस बहुत हुया कंवल अब एक पल भी इस आबोहवा नहीं रहना, मेरे लहू की ख़ुराक आज़ादी और दम घोटना यहाँ दस्तूर हवाओं का । #कंवल
by अहं सत्य

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