अगर काला हिरण भी कोई धार्मिक मैया या बापू होता तो ख़ुदा-कस्म दंगे हो गए होते दंगे; पर बेचारे की बदकिस्मती है कि वह सिर्फ़ काला हिरण था, सो भूल से बंदूक की गोली को साइनाइड की गोली समझा और ख़ुद ही खा कर सुसाइड कर दिया ! - भवदीय राजस्थान हाई कोर्ट #कंवल
by अहं सत्य
Join at
Facebook
No comments:
Post a Comment