Wednesday, March 15, 2017

Kanwal Speaks - March 16, 2017 at 12:58AM

बिन जमफंध हरि भजन न होई ।। काल त्रास नर गिरधर दर जोही ।।१।। सुख संपत्ति न जस कीर्तन गावै ।। आन विपत्ति कंवल राम चितावै ।।२।।१।। #कंवल
by अहं सत्य

Join at
Facebook

No comments:

Post a Comment