Sunday, September 21, 2014

Kanwal Speaks - September 21, 2014 at 08:10PM

जो विचारधारा व समाज अपने से धुर विरोधी विचार को सहनशीलता से सुनने की क्षमता नहीं रख सकता वह ख़ुद को लोकतान्त्रिक कहलाने का मूलभूत आधार पूर्णतः खो देता है | 

#कंवल

by Kawaldeep Singh



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