Thursday, February 5, 2015

Kanwal Speaks - February 05, 2015 at 02:04PM

एहसास भर ही तेरा, है भूलने को काफ़ी, जहाँ भर के ग़म यह सारे, एक पल ही साथ तेरा, मिले जो ज़िंदगी को, सब फ़ीके फिर चाँद सितारे | #कंवल

by अहं सत्य



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