Wednesday, February 18, 2015

Kanwal Speaks - February 18, 2015 at 06:27PM

दिल बहलाने की इस जमहूरियत में, कंवल आयाम नित नये दिख रहे हैं | किसी के कपड़ों की होती निलामी, कहीं दो रोटियों को इंसान बिक रहे हैं | #कंवल

by अहं सत्य



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