#हाशिमपुरा कत्लेआम में सब दोषी बरी: इस सब की शुरूआत नवम्बर 1984 के सिक्ख कत्लेआम से हुयी है, तब की बाकी अल्पसंख्यकों की चुप्पी निर्णायक बन गयी है कि अब इस मुल्क में यह ही चलेगा ! आग देख कर आँखें मूँदने से आग नहीं बुझती बल्कि जल्द ही ख़ुद के घर तक भी आ जाती है ! #कंवल
by अहं सत्य
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