Monday, March 23, 2015

Kanwal Speaks - March 23, 2015 at 10:14PM

नहीं जीत कर इतराता कभी, न हार का बल पेशानी पे आने दूँ, पथिक हूँ चलता हूँ निरंतर, न रुकूँ उफ़ानो-उतराव पे किसी | #कंवल

by अहं सत्य



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