Wednesday, April 1, 2015

Kanwal Speaks - April 02, 2015 at 02:53AM

जाय पूछो बिपर सुदाम सों, कित बिधि पाया मुरार || कंवल सुदामा मिटा सकळ, फुन रहा हरि अपार ||१|| इत गोविंद उत भी गोविंदा, तन मन निज बिसार || कंवल बसै तिह वासुदेवा, जिह टेक और दी छार ||२||१|| #कंवल

by अहं सत्य



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