Monday, June 1, 2015

Kanwal Speaks - June 02, 2015 at 01:51AM

मज़हब और राष्ट्रवाद दोनों ही मनुष्यता को हिस्सों मेँ बांटते हैँ और फ़िर एक हिस्से को दूसरे हिस्से का पूर्ण नग्न दरिंदगी से भक्षण और दोहन करना सिखाते हैँ, और फ़िर मानवीय संवेंदनायों का शोषण कर अपने इसको कुकृत्य को जायज ठहराने के लिए हर तरह की दलीलेँ घड़ते हैं । #कंवल
by अहं सत्य

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