Tuesday, June 9, 2015

Kanwal Speaks - June 10, 2015 at 08:26AM

सर्वोच्च नयायालय मेँ अटार्नी जनरल के कथनानुसार अगर राष्ट्रपति मात्र एक शोभनीय पद है तो बिना एक भी पल गवाए इसे अभी के अभी खत्म करना चाहिए क्योंकि जिस देश मेँ लाखों करोड़ों लोग दो जून की रोटी के लिए तरस रहे हों वहाँ ऐसे शोभनीय पदों पर कई लाख करोड़ रुपए हर साल खर्च करना जनता के साथ-साथ और लोकतंत्र के साथ भी परिहास मात्र है । वैसे फिर राज्यपाल और उपराज्यपाल के पदों के बारे मेँ भी कथन स्पष्ट कर ही देना चाहिए और राष्ट्रपति के पद और शक्तियों की ज़रुरत अनुसार ही इन पदों को भी यथाशीघ्रतम समाप्त कर देना चाहिए । #कंवल
by अहं सत्य

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