सर्वोच्च नयायालय मेँ अटार्नी जनरल के कथनानुसार अगर राष्ट्रपति मात्र एक शोभनीय पद है तो बिना एक भी पल गवाए इसे अभी के अभी खत्म करना चाहिए क्योंकि जिस देश मेँ लाखों करोड़ों लोग दो जून की रोटी के लिए तरस रहे हों वहाँ ऐसे शोभनीय पदों पर कई लाख करोड़ रुपए हर साल खर्च करना जनता के साथ-साथ और लोकतंत्र के साथ भी परिहास मात्र है । वैसे फिर राज्यपाल और उपराज्यपाल के पदों के बारे मेँ भी कथन स्पष्ट कर ही देना चाहिए और राष्ट्रपति के पद और शक्तियों की ज़रुरत अनुसार ही इन पदों को भी यथाशीघ्रतम समाप्त कर देना चाहिए । #कंवल
by अहं सत्य
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