Monday, November 2, 2015

Kanwal Speaks - November 02, 2015 at 08:46PM

एक पलड़े भरी हैं लाशें कंवल दूजे गठरी सिक्कों की, न्याय देवी रख़ैल बनी करे बिस्तर गर्म कुबेर का । #कंवल
by अहं सत्य

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