Wednesday, November 11, 2015

Kanwal Speaks - November 12, 2015 at 12:21PM

मेरी लाशों पे जब देखा खुशियाँ मनाते तुम को बेशर्मी से इस कदर, रहा सहा रिश्ता जो भी बाकी था अब तक हमारा वो भी कंवल जाता रहा । #कंवल
by अहं सत्य

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