Friday, December 4, 2015

Kanwal Speaks - December 04, 2015 at 02:50PM

अहल-ए-किताबगी हो यह या फिर बुत्तपरस्ती कोई चाहे, हउ का तसव्वुर सारा कंवल कौन सा इसमें ख़ुदा ढूंढते हो । #कंवल
by अहं सत्य

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