Thursday, December 31, 2015

Kanwal Speaks - December 31, 2015 at 08:49PM

ये जाते हुए लम्हें न थाम सका है कोई न कभी कोई रोक पाएगा, यह वक्त है कंवल अपनी चाल में यूँ ही गुज़रता चला जाता है । #कंवल
by अहं सत्य

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