Sunday, July 3, 2016

Kanwal Speaks - July 04, 2016 at 05:54AM

खा़कसार हूँ बेशक और न हो चाहे कोड़ी भी मोल इस हस्ती का कोई मेरा ज़मीर ख़रीदने को लेकिन कारूँ के खज़ाने भी कंवल कम हैं #कंवल
by अहं सत्य

Join at
Facebook

No comments:

Post a Comment