हिंदुस्तान की न्याय व्यवस्था इतनी महान है कि उस ने साबित कर दिया कि मनुष्य तो मनुष्य यहाँ तो काले हिरण भी बस अपने आप ही आत्महत्या कर लेते हैं ! जिन न्यायालयों और न्यायाधिकारियों से किसी जानवर को भी इंसाफ नहीं मिल सकता उन से मनुष्यों को इंसाफ दे पाने की उम्मीद रखना भी महा-जड़ता और मंद-बुद्धि होगी । निजी तौर पर तो मैं पहले ही कह चुका हूँ कि मैं इन दंभी हिन्दुस्तानी न्यायालयों के सीधे मूँह ऊपर थूँकता हूँ, इनके किसी भी आदेश को मानने से इनकार करता हूँ, और इसके साथ ही इनकी हस्ती की पूर्ण अवहेलना करके इन से विद्रोह करता हूँ; बाकी हिंदुस्तानी अपनी आप जाने ... #कंवल
by अहं सत्य
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