किसी भी भूमि के टुकड़े की अखंडता और प्रभुता के ऊपर उसपे रहने वालों के अधिकार होते हैं; और यदि इन अधिकारों की सर्वोपरि स्थापना एवं संरक्षण के लिए ऐसी हज़ारों प्रभुतायों की बलि देकर इन भूमि के टुकड़ों को खंड-खंड भी करना पड़े, तो भी कम है । #कंवल
by अहं सत्य
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