आप न्याय का धंधा करने वाली अपनी माननीय बिकाऊ वेश्याओं का इस्तेमाल कर के लगभग पौने दो करोड़ लोगों द्वारा एक अभूतपूर्व और अविश्वसनीय बहुमत से चुनी गई सरकार को हाथ बंधवाकर बिठा देते हैं और एक कठपुतली तानाशाह को एकाधिकार दे कर यह उम्मीद करते हैं कि यह माना जाए कि तंत्र में किसी प्रकार से लोकशाही सरकार चल रही है तो इसे एक घटिया और घिनौने पाखंड से बढ़कर और कुछ न कहा जाएगा । #कंवल
by अहं सत्य
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