Wednesday, August 24, 2016

Kanwal Speaks - August 25, 2016 at 09:08AM

हिंदुस्तान से अधिक भर्त्स्नापूर्ण जातिवादी देश समूची दुनिया में और कोई नहीं है जहाँ लोग तार्किक मूल्यों को अपनाते हुए पढ़-लिखकर और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के प्रभाव में आकर भले ही धर्म को कहीं न कहीं किसी स्तर पर जाकर छोड़ भी दें पर फिर भी उनके दिलों-दिमाग, आशय और कृत्यों में नस्ल और जातिवादी दुराग्रह व दुर्भाव की भावना कभी भी नहीं जाती । #कंवल
by अहं सत्य

Join at
Facebook

No comments:

Post a Comment