वो कुछ और नहीं वो धार्मिक है, वो धार्मिक नहीं वो जातिवादी है, वो जातिवादी नहीं वो राष्ट्रवादी है, वो राष्ट्रवादी नहीं वो नस्लवादी है, वो नस्लवादी नहीं वो वर्गवादी है, वो वर्गवादी नहीं वो अनीश्वरवादी है, वो अनीश्वरवादी नहीं वो व्यक्तिवादी है, वो व्यक्तिवादी नहीं वो विचारधारावादी है, वो विचारधारावादी नहीं वो कुछ और है, क्या फर्क पड़ता है, हैं तो सब गुलाम ही, चाहे जिस के हो ... #कंवल
by अहं सत्य
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