Take and Philosophy of "Kawaldeep Singh Kanwal" on this Universe and happenings in and around.
Friday, July 7, 2017
Kanwal Speaks - July 07, 2017 at 01:33PM
कुछ अख़लाक और पहलु पर चिल्लाते हैं तो दूसरे चुप रहते हैं, और जब दूसरे पंडित और कार्तिक पर शोर मचाते हैं तो पहले वालों की ज़ुबान सिल जाती है; इतना दोगलापन क्या यह सब आसमानी मज़हबी किताबों से ही सीखते हैं भला ?
by अहं सत्य
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