Take and Philosophy of "Kawaldeep Singh Kanwal" on this Universe and happenings in and around.
Saturday, September 30, 2017
Kanwal Speaks - October 01, 2017 at 08:43AM
जब तुम्हारे देवी-देवता जंबूद्वीप के बाहर पैदा ही नहीं हुए तो यह उपन्यासों के कल्पित पात्र विराट पृथ्वी या तुम्हारी व तुम्हारे वेदों एवम ग्रंथों की सोच से भी परे संपूर्ण अंतरिक्ष के सृष्टिकर्ता कैसे हो सकते हैं ?
by अहं सत्य
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