Friday, July 3, 2015

Kanwal Speaks - July 03, 2015 at 07:12PM

कितने दर्जों मेँ बँटा कंवल ये अहल-ऐ-वतन ये जमहूरियत को देखिए, किसी की खरोंच भी खबर बनती है और किसी की लाश भी हो जाती है बेमानी । #कंवल
by अहं सत्य

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