Sunday, November 15, 2015

Kanwal Speaks - November 15, 2015 at 01:43PM

यह जन्नत यह हूरें और दिल बहला कर हाँकने का खोख़ला सामान, कौन लौटा भला आज तक कंवल जो बयाँ करे ख्याली जहानों की हक़ीकत । #कंवल
by अहं सत्य

Join at
Facebook

No comments:

Post a Comment