Monday, January 11, 2016

Kanwal Speaks - January 11, 2016 at 11:56PM

नफ़रत है यहाँ, है दिलों में मैल की परत जमी, हर पल फ़रेब फ़ितरत में पले । कंवल पंख फैला, चल उड़ चल नये बसेरे में, मुहब्बत की ठंडी जहाँ हवायें चले । #कंवल
by अहं सत्य

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