लाला रामदेव की गोमूत्र की दुकान भी करोड़ों कमा रही है वहीं दूसरी ओर देश का अन्नदाता ऋण के भार में दबा सड़कों पर नग्न होने, अपने मृत साथियों के कंकाल ढोने और अपना मूत्र तथा मल भक्षण करने पर मजबूर है, और देश का प्रधान सेवक निष्ठुर और निरंकुश होकर विदेश भ्रमण के लिए तत्पर; हिंदुस्तान सचमुच बदल रहा है !
by अहं सत्य
Join at
Facebook
No comments:
Post a Comment