"सविनय" "निवेदन" है कि धर्म ग्रंथों की गंदगी कृपया यहाँ पर मत उड़ेलें, क्योंकि मैं इस कचरे पर रत्ती भर भी विश्वास नहीं करता । और अगर आप मेरी "विनती" को नजरअंदाज़ करते हुए बार-बार इस बदबूदार सड़ांध को यहां पर फेंकेंगे तो मुझे यथाउचित प्रतिउत्तर देने को विवश होना पड़ेगा जिससे आपकी धार्मिक भावनाएं आहत हो सकती हैं ...
by अहं सत्य
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