Saturday, October 3, 2015

Kanwal Speaks - October 03, 2015 at 11:36PM

कोई इनसान यहाँ न रहता है, हैं गुलाम तख्तों मीनारोँ ताजों के । यह चीखें लाशें कंवल हिंदसे हैँ, चंद पन्ने हकूमती रिकार्डों के । #कंवल
by अहं सत्य

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