दलित, पिछड़े, आदिवासी और अल्पसंख्यक अगली जनगणना में अपनी गिनती मनुष्यों में न करवा कर खुद को गाय लिखावें ताँकि इस नए धर्मान्ध डिजिटल भारत में हर प्रकार के मानवीय अधिकारों से वंचित इन तबकों को कम से कम गाय जैसा मान सम्मान और मात्र-पित्र-देव का स्थान मिल सके । #कंवल
by अहं सत्य
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