Saturday, November 14, 2015

Kanwal Speaks - November 15, 2015 at 10:52AM

सबसे सुरक्षित व सुलभ वैश्यालय धार्मिक संस्थानों में बनी हुई सरायों और धर्मशालायों के कमरे हैं जिनको राजनीतिक और धार्मिक दोनों प्रकार से संरक्षण प्राप्त होता है; पुण्य के परदे में यहाँ खुलेआम चमड़ी की मुनाफ़ाखोरी का धंधा चलता है, यहाँ तक कि बड़े-बड़े धर्म और राजनीति के अटके हुये सौदे इन्हीं रास-लीलायों की मद्होशी में संपन्न कराए जाते हैं ।
by अहं सत्य

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