Wednesday, April 22, 2015

Kanwal Speaks - April 22, 2015 at 02:29PM

इतना आम हो गया हूँ कंवल, लिबास-ऐ-आम ओढ़ते औढ़ते, कि अब हर ख़ास की ख़ासियत, मेरे आम होने पे शर्मिंदा है । #कंवल
by अहं सत्य

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