Thursday, December 17, 2015

Kanwal Speaks - December 17, 2015 at 10:09PM

इन मज़हबी दुकानों में हर कोई खुद को इलहाम-ए-ख़ुदा बताता है । पर एक ऐलान-ए-मनसूर के आगे कंवल सब वजूद ढह जाता है । #कंवल
by अहं सत्य

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