Monday, September 19, 2016

Kanwal Speaks - September 20, 2016 at 08:49AM

तख़्तों के पाये मज़बूत रखने को लाशें हर और बिछती हैं । खेल-ए-सियासत में कंवल ज़िंदगियाँ क्या औक़ात रखती हैं । #कंवल
by अहं सत्य

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