Saturday, November 18, 2017

Kanwal Speaks - November 19, 2017 at 06:29AM

मौलिक वर्ण व्यवस्था में राजपूत क्षत्रिय नहीं थे; यह बहुत बाद में मध्यकालीन भारत में राज्य सत्ता हासिल करने के बाद क्षत्रियों में शामिल हुए, ब्राह्मणों के पांव के अंगूठे से राजतिलक करवा कर । इसी प्रकार मराठा भी वर्ण व्यवस्था में निम्न स्तर पर थे और शिवाजी का राजतिलक बहुत मिन्नतों के बाद ब्राह्मण के पांव के अंगूठे से हुआ और मराठा भी क्षत्रियों की तरह राज करने के योग्य माने गए ।
by अहं सत्य

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