Friday, September 9, 2016

Kanwal Speaks - September 10, 2016 at 07:24AM

अलगाववाद और राष्ट्रवाद दोनों एक दूसरे के पूरक हैं और एक दूसरे को ज़िंदा रखने में सहयोगी भी; दोनों विचारधारायों के सभी कर्ताधर्तायों का एकमेव मूल उद्देश्य जड़वाद और कट्टरता में सामान्य जनमानस को उलझा कर और उनको सदैव पराधीन बनाए रखने के कुटिल लक्ष्य की पूर्ति हेतु उनकी समूची सामूहिक उर्जा को उनके अस्ली अधिकारों की प्राप्ति के लिए एकत्रित न होने दे कर व्यर्थ खचित कर केवल अपने निजी सुखाय और हिताय को ही सर्वोपरि रखना और सर्वप्रथम सिद्ध करना है । #कंवल
by अहं सत्य

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