Tuesday, October 27, 2015

Kanwal Speaks - October 28, 2015 at 06:20AM

कहते हैं बिल्ली की नौ ज़िंदगियाँ होती हैं... साहेब की पता नहीं कितनी हैं ?! अभी साल सवा भर की ही बात है जब प्रधानमंत्री बनने के सौ दिन के भीतर काला धन देश वापिस न लाने पर वो फाँसी चढ़ गये थे और अभी कल-परसों फिर से आरक्षण के लिये शहादत दे रहे थे !! वैसे कुछ जुमला-वुमला होता है, ऐसा भी कहा था न कि चुनाव के वक्त ..?
by अहं सत्य

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