Wednesday, January 20, 2016

Kanwal Speaks - January 20, 2016 at 08:22PM

एक ही रंग रखता है लहू कंवल, तेरे घर में बहे या मेरे घर में बहे । गमज़दा होता यह टूट कर दिल, आँसू तेरी आँख बहे या मेरी आँख बहे । #कंवल
by अहं सत्य

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