अगर सच में कोई सृष्टिकर्ता और पालक का अवतार कृष्ण है तो वह सही रूप में तब प्रसन्न होगा जब इन सब दूध और अन्य खाद्य पदार्थों को उसके नाम पर जड़ और निर्जीव पत्थरों पे न बहा कर उसकी इस दृश्यमान सृष्टि में रह रहे दरिद्रों और वंचितों के पोषण में उपयोग में लाया जाए; यही सही मायने में सार्थक धार्मिकता और भक्ति होगी, अगर कोई हो तो ... #कंवल
by अहं सत्य
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