Wednesday, August 31, 2016

Kanwal Speaks - September 01, 2016 at 07:23AM

कोई अपने निजी कक्ष में पूर्ण नग्न हो या बीसियों के साथ सामूहिक संभोग करे, तुम्हें इस पर बात करने का, दोषारोपण करने का या फिर न्यायमूर्ति बनकर बैठ जाने का किसी भी प्रकार से कोई अधिकार नहीं क्योंकि किसी की भी व्यक्तिगत स्वतंत्रता और निजता तुम्हारे बोलने के अधिकार से पहले आती है; हाँ, तुम बात तब करो जब यह नग्नता, कामातुरता या दोषपूर्ण आचरण कोई तुम्हारे संविधान, संवैधानिक संस्थानों और पदों के साथ दिखाए । #कंवल
by अहं सत्य

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