Wednesday, December 17, 2014

Kanwal Speaks - December 17, 2014 at 04:35PM

यूँ तो इन्सान हूँ, मर्म-ऐ-इंसानियत भी रखता हूँ, महज़ कहने के लिये, पर मिल जाती हैं, अपनी हैवानियत ढकने को, जायज़ दलीलें मुझको | #कंवल

by अहं सत्य



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