ईश्वर अल्लाह कहने के नाम, नहीं हम मानें कोई भगवान | ना हम रहीम और ना ही हैं राम, हम तो जानें एक शैतान | असत्य व हिंसा कुधर्म हैं काम, प्रभु की चोखठ कैसे परवान | हर घट ना जाना जिसने राम, ख़ुदा की होगी कैसे पहचान | काबा, जेरुसलम, न चारों धाम, मौला हरि का यहाँ क्या काम | दिल में न करुणा प्रेम न जाम, जीवित मृत हैं वो नर्क समान | #कंवल
by अहं सत्य
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