Monday, September 28, 2015

Kanwal Speaks - September 28, 2015 at 07:55PM

यह भूल है तुम्हारी कि इन पत्थरों से पीटेंगे सर हम ता-उम्र ऐसे, ये बस मौज है वर्ना इन पंखों की परवाज़ न देखी कंवल अभी तुमने । #कंवल
by अहं सत्य

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