Thursday, December 31, 2015

Kanwal Speaks - December 31, 2015 at 04:29PM

बिना दस्तक दहलीज़ लाँघ कर आई ज़िंदगी और बोली, बहुत हुया अब साथ चलो मेरे आज तुम्हें लेने आई हूँ । #कंवल
by अहं सत्य

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