Thursday, December 31, 2015

Kanwal Speaks - December 31, 2015 at 09:06PM

नयेपन की चाह में भटक रहा जो ज़िन्दगी भर तूँ इधर-उधर, हर घड़ी दास्तान नई कंवल देखने वाली बस आँख भर चाहिए । #कंवल
by अहं सत्य

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