Friday, August 12, 2016

Kanwal Speaks - August 13, 2016 at 09:29AM

एक भक्त को मम्मी जी का पत्र आया । बेचारा परेशान सा मूँह लेकर बैठ गया । किसी मित्र ने पूछा, "अरे भाई ऐसा क्या लिख दिया माताजी ने, जो इतनी चिंता में डूब गए ?" "अरे यही तो दिक्कत है ! माताजी को लिखना कहाँ आता है; बस अपने खुर का निशान छापकर भेजा है !", भक्त ने कहा । #कंवल
by अहं सत्य

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