Sunday, October 16, 2016

Kanwal Speaks - October 17, 2016 at 05:24AM

मैं आज़ाद पंछी हूँ कंवल है नहीं गुलाम मेरी परवाज़ किसी शरीयत की तेरी, कोई और ढूंढ मोमिन-ए-मज़हब जा कर तेरी किताब से मेरा वास्ता भला क्या । #कंवल
by अहं सत्य

Join at
Facebook

No comments:

Post a Comment