ब्राह्मणवाद ब्राह्मणों के घर की जागीर नहीं ! किसी आईएएस-आईपीएस और उच्च पद पर आसीन दलित ने कभी किसी गरीब दलित के घर अपने बच्चों का कभी रिश्ता किया है क्या ? और तो और आरक्षण से प्राप्त इन उच्च पदों पर आसीन यह कुलीन दलित अपने गरीब और निम्नस्तरीय दलित रिश्तेदारों को पहचानने और पास आने से भी मना कर देते हैं । सो दलितों से ब्राह्मण ब्राह्मणों से दलित होकर ब्राह्मणवाद ऐसे ही पोषित होता रहता है ... #कंवल
by अहं सत्य
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