आज के संसारीकरण के दौर में केवल एक ही तरह का शोषण सर्वत्र व्याप्त है, और वह है वर्ग आधारित शोषण; इसके अलावा कोई भी शोषण अस्तित्वहीन है, बल्कि यह भी कहा जाए तो अनुचित नहीं होगा कि अन्य सब शोषणों की हस्ती का दंभ केवल इस एक विकराल शोषण की मूलभूत जड़ तक पहुंचने से रोकने के लिए ही स्वीकार्य किया है शोषण करने वाले वर्ग ने ... #कंवल
by अहं सत्य
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