"टिंबर की लकड़ी से फर्नीचर बनता है", "चाय के साथ पकोड़े खाते हैं", इत्यादि के ब्रह्मज्ञान के बाद अब नये ब्रह्मवाक्य "चिड़िया ट्वीट करती है" और "अमेज़न में जंगल होते हैं" !! हजारों साल गईया गोबर बस यूँ ही करती रहती है .. बड़ी मुश्किल से होता है चमन में ऐसा गोबरनंद पैदा ..
by अहं सत्य
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